नुक्‍कड़ नाटक का मंचन

संस्थाएं

नुक्‍कड़ नाटक का मंचन

कोटा
वर्तमान समय में पूरा देश कई प्रकार के मादक द्रव्यों के सेवन से ग्रस्त है, ऐसे समय में आचार्यश्री महाश्रमण जी की अहिंसा यात्रा के अंतर्गत नैतिकता, सद्भावना और नशामुक्‍ति के आयाम में से एक नशामुक्‍ति पर अणुव्रत समिति कोटा के तत्त्वावधान में तेयुप द्वारा कोटा के विभिन्‍न स्थानों पर नुक्‍कड़ नाटक का मंचन किया और नशा मुक्‍त संकल्प प्रपत्र भी भरवाए। नुक्‍कड़ नाटक में ज्यादातर तेरापंथ किशोर मंडल एवं तेरापंथ कन्या मंडल के बच्चों ने भाग लिया। कोटा में सात जगह नुक्‍कड़ नाटकों की प्रस्तुति हुई, जिसके द्वारा जनमानस में नशे के प्रति घृणा के भाव उत्पन्‍न होकर नशामुक्‍ति की दिशा में सार्थक कदम उठाने को लोग प्रेरित हो रहे हैं। इसी संदर्भ में तेयुप, कोटा ने 1615 नशामुक्‍ति संकल्प प्रपत्र भी भरवाए। आचार्यश्री महाश्रमण जी अपनी अहिंसा यात्रा के अंतर्गत लगभग 20000 किलोमीटर की यात्रा कर चुके हैं, यह यात्रा 3 देशों से होकर गुजरी हैभारत, नेपाल और भूटान। अहिंसा यात्रा अब परिपूर्णता की ओर जा रही है और इस परिपूर्णता की द‍ृष्टि से भी देखें तो हम कोटावासियों को अहिंसा यात्रा का समविभागी बनने का मौका मिला। आचार्यश्री का 2-3 दिसंबर को कोटा में प्रवास था तथा उनके इस प्रवास को सफल बनाने की कोशिश में नशामुक्‍ति का संदेश कुछ नए तरीके से जन-जन में पहुँचाने की कोशिश की।