परचम केसरिया शक्‍ति का

संस्थाएं

परचम केसरिया शक्‍ति का

विजयनगर
अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल के निर्देशन में तेममं, विजयनगर के अंतर्गत ‘परचम केसरिया शक्‍ति का’ कैसे बने संस्था की सजग प्रहरी विषय पर वृहद कार्यशाला का आयोजन किया गया। साध्वी प्रमिला कुमारी जी ने कहा कि जो व्यक्‍ति सहज जीवन जीता है वह ऊँचाइयों को छू लेता है। जीवन में दो मुख्य रंग हैंकेसरिया शक्‍ति और पौरुष का सूचक और सफेद रंग शांति का सूचक है। तेरापंथ धर्मसंघ क्षमता, ममता एवं करुणा का संगम है। नारी हर क्षेत्र में अपना दायित्व आज संभाल रही हैं, इसलिए नारी शक्‍ति का विकास बहुत जरूरी है नारी हर क्षेत्र में आगे बढ़े और सजग प्रहरी बन सजगता से कार्य करें। राष्ट्रीय अध्यक्ष नीलम सेठिया ने परचम शब्द की व्याख्या करते हुए कहा कि पअपने आपकी क्वालिटी को पहले पहचानें। रउस राह को चुनें जिसमें आप सक्षम हैं। चचहुँमुखी बनें। ममोड़ने का प्रयास करें, सकारात्मक रहें। तेरापंथ महिला मंडल अध्यक्ष प्रेम भंसाली ने कार्यक्रम के प्रारंभ में सभी का स्वागत किया एवं भावना चौका में सहयोग की जानकारी दी। साध्वी आस्थाश्री जी ने विषय प्रतिपादन प्रस्तुत करते हुए कहा कि संस्था के प्रति अपना दायित्व कर्तव्य निर्वहन करें, मधुर व्यवहार विश्‍वास के परिचय बनें। मैं और मेरा की जगह हम शब्द का प्रयोग करें। राष्ट्रीय महामंत्री मधु देरासरिया ने अपने वक्‍तव्य में संघ एवं संघपति के प्रति पूर्ण निष्ठावान बने रहने की प्रेरणा दी।
कार्यशाला में पूर्व महामंत्री वीणा बैद, कर्नाटक प्रभारी मधु कटारिया, सभाध्यक्ष राजेश चावत, तेयुप अध्यक्ष अमित दक, कन्या मंडल संयोजिका खुशी गांधी ने अपने विचार रखे। कार्यक्रम में प्रतिभा पुरस्कार से सम्मानित सोनल पीपाड़ा का सम्मान किया गया और समर्पिता का गायन किया। मंत्री सुमित्रा बरड़िया एवं कार्यकारिणी सदस्य आशा कोठारी ने संस्था की गतिविधियों का चित्रात्मक रूप प्रस्तुत किया। इस कार्यशाला में तेरापंथ टाइम्स के संपादक दिनेश मरोठी, अर्हम भवन मंत्री उम्मेद नाहटा, महिला मंडल पदाधिकारियों, कार्यसमिति सदस्यों सहित अच्छी संख्या में उपस्थित रही। कार्यशाला में सभी बहनों का विशेष श्रम रहा। कार्यशाला का संचालन उपाध्यक्ष महिमा पटावरी ने किया।