कंफर्ट जोन से निकल चेलेंज को करें स्वीकार

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कंफर्ट जोन से निकल चेलेंज को करें स्वीकार

साहुकारपेट, चेन्‍नई
साध्वी अणिमाश्री जी के सान्‍निध्य में तेममं के तत्त्वावधान में कन्या मंडल द्वारा जैन कन्या सम्मेलन का आयोजन हुआ। उत्कर्ष कार्यक्रम में कन्याओं की उपस्थिति ने कार्यक्रम की शोभा को शतगुणित कर दिया। साध्वी अणिमाश्री जी ने कहा कि कन्या परिवार का आभूषण है। कन्या दो परिवारों को जोड़ने वाला सेतु है। कन्या को संस्कारी बनाना दो परिवार के गौरव को अभिवर्द्धित बनाने वाला घटक तत्त्व है। साध्वीश्री जी ने आगे कहा कि चेन्‍नई का महिला मंडल सक्रिय एवं उत्साही है। काम करने की उमंग है। अध्यक्ष पुष्पा एवं मंत्री रीमा अपनी पूरी टीम के साथ कर्तव्य के नए पद्चि अंकित कर रही हैं। जैन महिला सम्मेलन एवं जैन कन्या सम्मेलन का आयोजन कर पूरे जैन समाज में तेममं की गरिमा को अभिवर्द्धित किया है। कन्या मंडल प्रभारी प्रीति डूंगरवाल एवं सहप्रभारी वंदना पगारिया तथा कन्या मंडल संयोजिका भावि बाफना एवं सह-संयोजिका दिशा बाफना, हार्दिका मूथा सभी चिंतनशील व श्रमशील हैं। साध्वी कर्णिकाश्री जी ने कहा कि शिखर का स्पर्श वही कर सकता है, जो सहन करता है, श्रम करता है, सेवा करता है, वह अपने जीवन के हर क्षेत्र में, हर मोड़ पर कामयाब होता हैं साध्वी डॉ0 सुधाप्रभा जी ने कहा यह कन्या, नारी जाति के उज्ज्वल भविष्य को पूरा करने का जिनके दिमाग में फौलादी संकल्प है। साध्वी मैत्रीप्रभा जी ने मंच का संचालन किया। साध्वी समत्वयशा जी ने गीत का संगान किया। कार्यक्रम में राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य माला कातरेला की उपस्थिति रही। अध्यक्ष पुष्पा हिरण ने अपने भाव व्यक्‍त किए। सम्मेलन में कन्याओं का स्वागत भवि बाफना ने किया एवं वंदना पगारिया ने भाव प्रस्तुत किए। फेमिना नेशनल कन्वीनर याशिका खटेड के वक्‍तव्य ने सबको मोटिवेट किया। मंत्री रीमा सिंघवी ने सभी के प्रति आभार व्यक्‍त किया। प्राक् संचालन कन्या मंडल प्रभारी प्रीति डूंगरवाल ने किया। कन्याओं द्वारा मंगल संगान की प्रस्तुति दी गई तथा नाटिका का मंचन किया गया तथा द‍ृष्टि नाहटा ने ब्लाइंड फोल्ड एक्ट किया। एलईडी के माध्यम से प्रजेंटेशन प्रस्तुत किया गया। साध्वीश्रीजी द्वारा प्रदत्त मंगलपाठ से कार्यक्रम का समापन हुआ।