हरियाणा राज्य का प्रथम आचार्य तुलसी डायग्नोस्टिक सेंटर का शुभारंभ

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हरियाणा राज्य का प्रथम आचार्य तुलसी डायग्नोस्टिक सेंटर का शुभारंभ

मंडी आदमपुर, हरियाणा
आचार्य तुलसी डायग्नोस्टिक सेंटर 67वीं एवं हरियाणा राज्य की प्रथम शाखा का भव्य शुभारंभ ‘जैन संस्कार विधि’ द्वारा ‘मंडी आदमपुर’ में हुआ। तेयुप साथियों द्वारा विजय गीत व महिला मंडल की बहनों द्वारा मंगलाचरण के साथ मंचीय कार्यक्रम प्रारंभ हुआ।
तेयुप अध्यक्ष श्री सूर्यकान्त जी जैन ने सभी आए हुए श्रावको का स्वागत किया। राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज डागा ने कहा कि हरियाणा की यह पहली ।ज्क्ब् का शुभारंभ हुआ है जिसका उदाहरण समस्त भारत में दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि तेरापंथ युवक परिषद आदमपुर जैसी छोटी शाखा सेवा के क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य करके समाज को अमूल्य सेवा दे रही है। अध्यक्ष महोदय ने आदमपुर परिषद की प्रसन्‍ना करते हुए कहा कि आदमपुर परिषद ने कोरोना काल में जो सेवा कार्य किए , उससे आदमपुर में एक विशिष्ट पहचान बनाई है ओर आज मानव सेवा को समर्पित आचार्य तुलसी डायग्नोस्टिक सेन्टर का शुभारंभ कर सेवा के क्षेत्र में एक कदम आगे बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि आदमपुर की ।ज्क्ब् को चलाने में अभातेयुप का पूर्ण सहयोग रहेगा। अब हरियाणा पंजाब की परिषदों को कही ओर जाकर ।ज्क्ब् देखने की जरूरत नही पड़ेगी बल्कि अब आदमपुर की ।ज्क्ब् रोलमॉडल बन कर इस क्षेत्र में ओर ।ज्क्ब् की सम्भावना को जागृत करेगी। इस कार्यक्रम में उन्होंने राष्ट्रीय कार्यकारणी का विस्तार करते हुए सतीश जी पुगलिया व अरुण गर्ग को क्षेत्रीय सहयोगी के रूप में अभातेयुप में मनोनीत किया। महामंत्री पवन मांडोत ने कहा कि तेयुप आदमपुर भले ही संख्या बल में कम है पर काम बहुत बड़ा किया है। तेयुप आदमपुर के प्रति मंगलकामना करते हुए पूरे टीम को बधाई दी। तेयुप आदमपुर टीम का उत्साह सब परिषदों के लिए प्रेरणा का कार्य करेगा। राष्ट्रीय प्रभारी अर्पित नाहर ने कहा कि इस सत्र की पहली ।ज्क्ब् की शुरुआत पहली बार हरियाणा राज्य से ही हुई है इसके लिए आदमपुर तेयुप साधुवाद की पात्र है। कार्यक्रम में अभातेयुप के कार्यसमिति सदस्य देवेंद्र डागा व क्षेत्रीय सहयोगी अनुज गोयल विशेष रूप से उपस्थित थे। संस्कारकों के रूप में अरुण गर्ग, सतीश पुगलिया, कमल सुराणा ने अपनी सेवाएँ दी। महासभा में परामर्शक घीसाराम ने सभी गणमान्य व्यक्तियों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का सफल संचालन अरुण गर्ग ने किया।