अवबोध

स्वाध्याय

अवबोध

मंत्री मुनि सुमेरमल ‘लाडनूं’

(2) दर्शन (सम्यक्त्व) मार्ग

प्रश्‍न-27 : सम्यक्त्व के आचार कितने हैं?
उत्तर : सम्यक्त्व के आठ आचार हैं
(1) निश्शंकित वीतराग वचनों पर द‍ृढ़ आस्था रखना
(2) निष्कांक्षित कुमत की वांछा न करना
(3) निर्विचिकित्सित धर्म के फल में संशय न करना
(4) अमूढ़द‍ृष्टि पर दर्शन की समृद्धि देखकर न फँसना
(5) उपवृंहण साधर्मिक का गुणोत्कीर्तन करना
(6) स्थिरीकरण धर्म के पथ से विचलित व्यक्‍तियों को पुन: धर्म में स्थिर करना
(7) वात्सल्य गुरु, तपस्वी, शैक्ष, ग्लान आदि की विशेष सेवा करना
(8) प्रभावना वीतराग शासन की महिमा बढ़ाना
(क्रमश:)