परिवार शिविर एवं पुरस्कार वितरण समारोह

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परिवार शिविर एवं पुरस्कार वितरण समारोह

आगापुरा, हैदराबाद
ज्ञानबाग कॉलोनी आगापुरा में परिवार शिविर के भव्य आयोजन ने सबका मन मोह लिया। ‘सौगात संस्कारों की’ विषय पर अपने उद्गार व्यक्‍त करते हुए साध्वी निर्वाणश्री जी ने कहाफैशन और व्यसन की संस्कृति ने हमारे संस्कारों को गिरफ्त में लिया है। बच्चों में प्रारंभ से सद्संस्कार कैसे जागेयह जिम्मा अभिभावकों का है। जीवन की हर प्रवृत्ति में संस्कारों की झलक हो, तभी जीवन संवरेगा।
साध्वी निर्वाणश्री जी एवं सहवर्ती साध्वियों की प्रेरणा से संवत्सरी उपवास करने वाले नन्हे-मुन्‍ने व पौषध करने वाले कन्या-किशोरों को पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर आगापुरा की कन्याओं ने पौषध कर एक रिकॉर्ड बनाया है। 40-40 लड़कियों द्वारा पौषध की साधना करना सुखद अनुभव है। मैं सभी कन्याओं को साधुवाद देती हूँ। साध्वी डॉ0 योगक्षेमप्रभा जी ने अपना संयोजकीय वक्‍तव्य दिया। तेरापंथ सभा, सिकंदराबाद के अध्यक्ष सुरेश सुराणा ने कहापर्युषण के पश्‍चात ऐसा अद्भुत नजारा देखकर मैं अभिभूत हूँ। साध्वी निर्वाणश्री जी एवं साध्वी योगक्षेमप्रभा जी आदि के श्रम को साकार कर पा रहे हैं। इस अवसर पर उपवास करने वाले 25 बच्चों व 42 कन्याओं (पौषध) को पुरस्कार दिया गया। पुरस्कार हस्तिमल, अजित, सुजित, कोठारी की ओर से थे।
कन्या मंडल की कन्याओं ने लघु नाटिका प्रस्तुत की। साध्वी लावण्यप्रभा जी, साध्वी कुंदनयशा जी, साध्वी मुदितप्रभा जी व साध्वी मधुरप्रभा जी ने गीत का संगान किया। तुलसी महाप्रज्ञ फाउंडेशन कांदिवली, मुंबई के सह-कोषाध्यक्ष रमेश राठौड़, हर्षलता दुधोड़िया, सुमन दुगड़ व प्रेम सुराणा ने गीत का संगान किया। पुरस्कार वितरण का संचालन नेहा बरड़िया व हर्षिता जम्मड़ ने किया। मुख्य मंच संचालन साध्वी डॉ0 योगक्षेमप्रभा जी ने किया।
इस कार्यक्रम में तेरापंथी सभा के अध्यक्ष, मंत्री परामर्शक, कोषाध्यक्ष आदि के साथ सभा एवं आगापुरा श्रावक समाज की विशेष उपस्थिति रही। अनेक कार्यकर्ताओं के परिश्रम से कार्यक्रम भव्य एवं रोचक बन गया।