मासखमण तप अभिनंदन

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मासखमण तप अभिनंदन

केसिंगा-ओड़िशा
मुनि जिनेश कुमार जी के सान्‍निध्य में तेरापंथी सभा केसिंगा के तत्त्वावधान में स्थानीय तेरापंथ भवन में मासखमण तप अभिनंदन समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नवापाड़ा के विधायक राजेंद्र ढोलकिया थे। सीमा पुरुषोत्तम ने जैन 51 दिन की तपस्या व गायत्री शुभंकर जैन ने 31 दिन की तपस्या का प्रत्याख्यान किया। मुनि जिनेश कुमार जी ने कहा कि धर्म का पहला व आखिरी कदम तपस्या है। जिस प्रकार दूध में रहे पानी को हंस अलग करता है वैसे ही तप जीवों के कर्म रूपी मल को दूर करता है। तपस्या प्रदर्शन के लिए नहीं आत्म निदर्शन के लिए करनी चाहिए। इस अवसर पर मुनि परमानंद जी ने तपस्वियों के तप की अनुमोदना करते हुए तप अभिनंदन में संकल्प ग्रहण करने की बता कही। बाल मुनि कुणाल कुमार जी ने तप गीत का संगान कर सबको मंत्रमुग्ध कर दिया। इस अवसर पर विधायक राजेंद्र ढोलकिया ने तपस्वियों का अभिनंदन करते हुए कहा कि जैन धर्म में तपस्या का विशेष महत्त्व है। ओड़िशा प्रांतीय तेरापंथी सभा के अध्यक्ष मुकेश जैन ने तप अनुमोदना में विचार व्यक्‍त किए।
इस अवसर पर स्वागत भाषण तेरापंथ सभा अध्यक्ष मंगतराम जैन ने किया। कार्यक्रम का शुभारंभ तेरापंथ कन्या मंडल के मंगलाचरण से हुआ। तप अनुमोदना में तेरापंथ महिला मंडल की अध्यक्षा अंकिता जैन, तेयुप मंत्री विकास जैन, स्थानकवासी संघ के अध्यक्ष बसंत जैन, प्रांतीय सभा के महामंत्री अनूप जैन, अणुव्रत समिति के अध्यक्ष शुभंकर जैन आदि अनेक व्यक्‍तियों ने विचारों व गीतों के माध्यम से तपस्वियों का अभिनंदन किया। तेरापंथ महिला मंडल व तपस्वियों के पारिवारिक महिलाओं ने अभिनंदन गीतों का संगान किया।
साध्वीप्रमुखाश्री कनकप्रभा जी के संदेशों का वाचन उपाध्यक्ष समकुमार जैन व महिला मंडल की सहमंत्री सरोज जैन ने किया। अभिनंदन पत्र का वाचन नेमीचंद जैन ने किया। आभार ज्ञापन सभा मंत्री जय भगवान जैन ने किया। कार्यक्रम का संचालन मुनि परमानंद व अभिषेक जैन ने किया। इस अभिनंदन समारोह में आसपास के क्षेत्रों के बड़ी संख्या में श्रद्धालुगण उपस्थित रहे।