अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह का आयोजन

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अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह का आयोजन

भिवानी
अणुव्रत समिति द्वारा अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह का आयोजन किया गया। इसके सफल आयोजन में साध्वी तिलकश्री जी, सहयोगिनी साध्वी महिमाश्री जी एवं साध्वी निर्णयप्रभा जी की प्रेरणा एवं मार्गदर्शन योगभूत बना। तेरापंथी महासभा के उपाध्यक्ष सुरेंद्र जैन ‘एडवोकेट’, समिति के अध्यक्ष रमेश बंसल, मंत्री ब्रजेश आचार्य, बाबा जगन्‍नाथ, राजेंद्र कौशिक, लक्ष्मण अग्रवाल, टेकचंद जैन, डॉ0 रमाकांत शर्मा एवं अतुल कुमार का श्रम भी सार्थक हो गया। सांप्रदायिक सौहार्द दिवस : सप्ताह का प्रथम दिन सांप्रदायिक सौहार्द दिवस के रूप में मनाया गया। साध्वी तिलकश्री जी ने कहा कि संप्रदाय को मोह नहीं चाहिए और वसुधैव कुटुम्बकम की भावना से सांप्रदायिक सौहार्द बढ़ेगा। सुरेंद्र जैन एवं रमेश बंसल ने अपने भाव व्यक्‍त किए। दिव्यांग बच्चों के स्कूल संचालक विजय शर्मा ने भी अपने विचार रखे। लगभग 55 भाई-बहनों ने भाग लिया।
जीवन-विज्ञान दिवस : हलवासिया विद्या विहार के हॉल में आयोजित हुआ। साध्वी महिमाश्री जी एवं साध्वी निर्णयप्रभा जी ने जीवन-विज्ञान की व्याख्या की और प्रयोग करवाए। आई0आई0टी0 पास छात्रा सुधा जैन ने जीवन-विज्ञान गीत की प्रस्तुति दी। विद्यालय के प्रशासक एवं प्राचार्य ने समिति का आभार व्यक्‍त किया। लगभग 300 बच्चों एवं संपूर्ण शिक्षण स्टाफ की उपस्थिति रही।
अणुव्रत प्रेरणा दिवस : शहर के प्रतिष्ठित उत्तमी बाई आर्य कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में आयोजित हुआ। साध्वी महिमाश्री जी एवं साध्वी निर्णयप्रभा जी ने अणुव्रत आचार संहिता की व्याख्या की। छात्राओं ने अणुव्रत गीत प्रस्तुत किया। प्राचार्य स्मिता भटनागर ने अणुव्रत को सभी के लिए उपयोगी बताया। लगभग 250 छात्राओं की उपस्थिति रही।
पर्यावरण शुद्धि दिवस : शहर के सबसे बड़े विद्यालय वैश्य मॉडल स्कूल के हॉल में मनाया गया। साध्वी महिमाश्री जी एवं साध्वी निर्णयप्रभा जी ने ओजोन परत में छेद होने से पर्यावरण को खतरा होने की बात कही और पेड़ को मंदिर और भगवान के समान बताया। साध्वीश्री जी ने विद्यार्थियों को जीवन में एक पेड़ अवश्य लगाने की अपील की। विद्यालय प्रबंधकारिणी अध्यक्ष शिवरतन गुप्ता, सचिव ब्रजलाल सर्राफ एवं कोषाध्यक्ष पवन बुवानीवाला, विजयकिशन धारेडूवाले, प्रवीण गर्ग, प्राचार्य कमला गुरेजा सहित लगभग 500 बच्चों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया।
नशामुक्‍ति दिवस : इस कार्यक्रम का आयोजन तेरापंथ भवन में किया गया। साध्वी तिलकश्री जी ने कहा कि नशा स्टेटस सिंबल नहीं बल्कि नाश का सिंबल है। साध्वी महिमाश्री जी ने नशा के दुष्प्रभावों पर व्याख्यान तथा साध्वी निर्णयप्रभा जी ने गीतिका प्रस्तुत की। समिति के अध्यक्ष रमेश बंसल ने कहा कि नशा नाश का द्वार है। महासभा उपाध्यक्ष सुरेंद्र जैन ने भी नशा न करने की अपील की। ब्रजेश आचार्य ने आभार ज्ञापन किया। लगभग पचास-साठ भाई-बहनों की उपस्थिति रही।
अनुशासन दिवस : इस दिवस का आयोजन अनुशासन का समर्पित श्रीराम पाठशाला नि:शुल्क स्कूल में किया गया। साध्वी महिमाश्री जी एवं सध्वी निर्णयप्रभा जी ने अनुशासन के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि एक अच्छा शिष्य ही अच्छा गुरु बन सकता है। अणुव्रत समिति के अध्यक्ष रमेश बंसल ने छोटे-छोटे विद्यार्थियों से अणुव्रत प्रश्‍नमंच से प्रश्‍न पूछे जिनका सभी बच्चों ने सही जवाब दिया। इस स्कूल में जीवन-विज्ञान भी लागू है, इसलिए विद्यार्थी अणुव्रत के नियम, अनुशासन एवं अणुव्रत गीत भी सभी बच्चों को कंठस्थ था। महासभा उपाध्यक्ष सुरेंद्र जैन जो इस स्कूल के संचालक ट्रस्ट के अध्यक्ष हैं, ने बच्चों के अनुशासन को स्तुत्य बताया। समिति के मंत्री ब्रजेश आचार्य ने बच्चों को अनुशासन की शिक्षा दी। लगभग 300 छात्र-छात्राओं एवं शिक्षण स्टाफ की उपस्थिति रही।
अहिंसा यात्रा : अहिंसा दिवस तेरापंथ भवन में शासनश्री साध्वी तिलकश्री जी के सान्‍निध्य में मनाया गया। साध्वीजी ने भगवान महावीर, महात्मा गांधी और लालबहादुर शास्त्री को अहिंसा का पुजारी बताया। साध्वीश्रीजी ने सभी को जीवन में अहिंसा का पालन करने की शिक्षा दी। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रमुख साहित्यकार डॉ0 रमाकांत शर्मा ने कहा कि महात्मा गांधी के पास केवल एक भगवान महावीर की अहिंसा का शस्त्र था और वे उसके कारण विश्‍व में छा गए। उन्होंने कुछ मुक्‍तक भी सुनाए। समिति के अध्यक्ष रमेश बंसल ने उपस्थित जनों से चमड़े से बनी वस्तुओं का उपयोग न करने की अपील की। उन्होंने वैचारिक हिंसा से भी बचने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि मन, वचन और कर्म से किसी का बुरा न सोचें और न करें, यही अहिंसा का मंत्र है।