अभातेयुप के गौरव को शिखर चढ़ाने के लिए संकल्पित नवमनोनीत अध्यक्ष

गुरुवाणी/ केन्द्र

अभातेयुप के गौरव को शिखर चढ़ाने के लिए संकल्पित नवमनोनीत अध्यक्ष

भीलवाड़ा
अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद के उदयपुर में 55वें वार्षिक अधिवेशन की साधारण सभा में प्रतिभाशाली, संघभक्‍ति से ओतप्रोत कर्मठ व्यक्‍तित्व के धनी पंकज डागा को वर्ष 2021-2023 के लिए 21वें राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में मनोनीत किया गया।
आपका जन्म 26 फरवरी, 1977 को गंगाशहर में हुआ। आप मूल निवासी भीनासर एवं वर्तमान में गुलाबबाग (बिहार) में प्रवासित हैं। धर्मसंघ के लिए पूर्ण समर्पित, धुन के पक्‍के, जोश से लबरेज कार्यकर्ता के रूप में आपकी विशेष पहचान है। गुरु इंगित में ही अपनी सृष्टि को समाहित करने वाले ऐसे व्यक्‍तित्व का राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में मनोनीत होना अभातेयुप के लिए गौरव की बात है। बचपन से ही धार्मिक संस्कारों में पले-बढ़े पंकज डागा विनम्र, दूरदर्शी एवं संकल्प चेतना के धनी हैं। पूर्वांचल में प्रवासित पंकज डागा बचपन से ही धर्मसंघ की संस्थाओं से जुड़े रहे हैं और अनेक पदों पर रहकर अपनी सेवाएँ प्रदान की हैं। गुलाबबाग तेयुप में कार्यकारिणी सदस्य, संगठन मंत्री, मंत्री एवं खुश्कीबाग परिषद में अध्यक्ष के रूप में सेवाएँ देने के अलावा स्थानीय सभा में वर्ष 2009 से 2015 तक सहमंत्री के रूप में कार्य कर चुके हैं। नेपाल-बिहार सभा में महासचिव के रूप में 2015 में अपनी सेवाएँ प्रदान की हैं। अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद में वर्ष 2007 से 2015 तक कार्यकारिणी में रहने के पश्‍चात 2015-2017 कार्यकाल में सहमंत्री, 2017-2019 में उपाध्यक्ष, 2019-2021 में प्रबुद्ध विचारक के रूप में आपने अपनी सेवाएँ प्रदान की हैं। आचार्य तुलसी शांति प्रतिष्ठान, गंगाशहर में 2020 से ट्रस्टी के रूप अपनी सेवाएँ प्रदान कर रहे हैं। आचार्य तुलसी जैन हॉस्टल बैंगलुरू में भी ट्रस्टी के रूप में सहभागी हैं। गुलाबबाग में गारमेंट शोरूम व फूड ग्रेन का व्यवसाय करने वाले पंकज डागा प्रतिदिन माला, शनिवार सामायिक, व्याख्यान श्रवण कर आध्यात्मिक शक्‍ति का भी निरंतर जागरण करते रहते हैं। लेखन के शौकीन और मधुर आवाज के धनी पंकज डागा समय-समय पर अपने गीतों के माध्यम से श्रावक समाज का ध्यान आकर्षित करते हैं।
आपके पिता शिखरचंद डागा, माता विमला देवी डागा के शुभ संस्कार आपको मिले हैं और यही संस्कार आपके जीवन में प्रवर्द्धमान हैं। आपकी धर्म सहायिका रेखा डागा संघनिष्ठ हैं और आपके द्वारा प्रदत्त की जा रही संघसेवा में सहभागी बनकर स्वयं को सौभाग्यशाली समझती हैं। अपने परिवार के धार्मिक सस्कारों के साथ पुत्र खुशहाल, लक्ष्य एवं पुत्री हिमांशी डागा भी निरंतर आगे बढ़ रहे हैं।
आपके जीवन की एक और विशेषता है कि समझ आने के पश्‍चात आपने तेरापंथ धर्मसंघ के आचार्य एवं साधु-संतों को ही अपना सब कुछ समझा है आप मूर्तिपूजा में विश्‍वास नहीं कर भाव पूजा में विश्‍वास रखते हैं।
अभातेयुप की परंपरा के अनुसार अखिल भारतीय तेरापंथ टाइम्स के प्रधान संपादक का दायित्व भी आपके पास रहेगा।