तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम का त्रिदिवसीय ग्लोबल कनेक्ट कॉन्क्लेव संपन्‍न

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तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम का त्रिदिवसीय ग्लोबल कनेक्ट कॉन्क्लेव संपन्‍न

उदयपुर
टीपीएफ के तत्त्वावधान में प्रथम ग्लोबल कनेक्ट कॉन्क्लेव का शुभारंभ 16 सितंबर, 2021 को उदयपुर में हुआ। सम्मेलन का शुभारंभ नवकार महामंत्र से सामुहिक उच्चारण से हुआ। टीपीएफ के आध्यात्मिक पर्यवेक्षक डॉ0 मुनि रजनीश कुमार जी के मंगल संदेश और आशीर्वचन को सभी ने प्राप्त किया। ग्लोबल कॉन्क्लेव के त्रिदिवसीय सम्मेलन में टीपीएफ के 175 सदस्यों ने अपनी सहभागिता दर्ज कराई।
इस सम्मेलन में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय जगत के प्रबुद्ध वक्‍ता और देश के जाने-माने उद्योगपतियों ने अलग-अलग सत्र में टीपीएफ के प्रबुद्ध श्रोताओं को अपने वक्‍तव्य व जीवन संस्मरणों द्वारा बताया। उद्घाटन सत्र में राष्ट्रीय अध्यक्ष नवीन पारख ने स्वागत वक्‍तव्य दिया। प्रारंभ में प्रेरणास्पद सत्र नारी शक्‍ति पुरस्कार से सम्मानित रूमादेवी का रहा। दूसरे सत्र में तेरापंथ समाज के सुप्रसिद्ध समाजसेवी, भामाशाह के0एल0 जैन ने अपनी सफलता के सूत्र सबको बताए।
टीपीएफ राष्ट्रीय महामंत्री हिम्मत मांडोत एवं अन्य पदाधिकारी, मुख्य न्यासी माणिकचंद बलदोटा एवं अन्य ट्रस्टीगण, टीपीएफ के राष्ट्रीय पूर्व अध्यक्ष, अनेक वरिष्ठ सदस्यगण की सम्मेलन में गरिमामयी उपस्थिति रही। तेरापंथ समाज से लक्ष्मणसिंह कर्णावट, राजकुमार सुराणा, कमल नाहटा को भी सम्मानित किया गया। टीपीएफ ग्लोबल कनेक्ट प्रोजेक्ट के राष्ट्रीय चेयरमैन संजय लोढ़ा हैं और उनकी इस आयोजन में मुख्य भूमिका है। उदयपुर टीपीएफ शाखा के अध्यक्ष मुकेश बोहरा, मंत्री कुणाल गांधी के संग समस्त उदयपुर टीम सेवा आतिथ्य और इस आयोजन को सफल बनाने में संलग्न है।
अधिवेशन के दूसरे दिन का शुभारंभ प्रात:काल में प्रेक्षाध्यान के प्रयोग से हुआ। द्वितीय सत्र में जीतो एपेक्स के पूर्व निदेशक एवं उद्योगपति अभय श्रीश्रीमाल ने 3 ई के माध्यम से नए व्यवसाय को सफलता से आरंभ व संचालन का मंत्र दिया। अगले सत्र में अमूल कॉ-ऑपरेटिव के मुख्य निदेशक रूपिंद्रसिंह सोढी ने बताया कि भारत में दुग्ध उत्पादन क्षेत्र में अमूल ने कैसे क्रांति करते हुए लाखों लोगों को आजीविका का साधन उपलब्ध कराया। तीसरे सत्र में नेटवर्क एवं बॉन्डिंग को विजन गेम्स कनक जैन पींचा द्वारा रोचक बनाया गया। चतुर्थ सत्र में गोली बड़ापाव के संस्थापक वेंकी अय्यर ने जिंदगी में हर रंग का लुफ्त उठाने के लिए सूत्र दिया। पाँचवें सत्र में टीटी कंपनी के सीईओ संजय जैन ने अपनी लिखी प्रसिद्ध कृति ‘ए पिंच ऑफ साल्ट इन रेसिपी कॉल लाइफ’ पर जीवन के छोटे-छोटे पहलुओं में मार्ग बताया। छठे सत्र में घोड़ावत ग्रुप के चेयरमैन संजय घोड़ावत ने माई सक्सेस स्टोरी में बताया कि ग्रुप की स्टार एयरलाइंस ने भारत के एविएशन क्षेत्र में विशेष मुकाम हासिल किया और बताया कि व्यावसायिक सफलता में भी अपने लिए समय अवश्य निकालना चाहिए। सातवें सत्र में दिल्ली सरकार में केबिनेट मंत्री पद पर कार्यरत सत्येंद्र जैन ने अपनी यात्रा ‘बिंग प्रोफेशनल टू पॉलिटिशियन एंड मिनिस्टर’ में अपनी बात रखते हुए समझाया कि समाज सेवा का एक माध्यम राजनीति भी हो सकती है। इन सत्रों में सभी वक्‍ताओं ने जैन धर्म की शिक्षाओं को आवश्यक रूप से अपने जीवन में सफलताओं का राजपथ बताया। नेटवर्किंग ऑपन सेशन में टीपीएफ के नई प्रतिभाओं ने मंच पर अपना परिचय प्रस्तुत किया।
अधिवेशन के तीसरे दिन का शुभारंभ प्रात:काल में प्रेक्षाध्यान के प्रयोग संवृत्ति श्‍वासप्रेक्षा से हुआ। द्वितीय सत्र में अनिल सिंघवी, जी मीडिया के मुख्य संपादक, विनीत कोठारी न्यायाधीश, गुजरात हाईकोर्ट, गौतम चोरड़िया, न्यायाधीश छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट, महावीर सिंघवी, ज्वाइंट सेक्रेटरी विदेश मंत्रालय भारत सरकार ने जैन धर्म के सिद्धांतों के आधार पर जीवन जीने का मार्ग बताया। समाज और देश-विदेश में अपना विशेष स्थान रखने वाले महानुभावों ने अपने अंदाज में अपना विषय प्रस्तुत किया। तीसरे सत्र में एमडी कोटक एसेट मैनेजमेंट निलेश शाह ने अर्थ तंत्र पर केपिटल मार्केट का असर विषय पर बोलते हुए अर्थव्यवस्था के सुचारू रूप से चलने के गुर बताए। कार्यक्रम का संचालन हर्ष सुराणा द्वारा किया गया। चौथे सत्र में स्टार्टअप के तरीके और उनकी सफलता की कहानी को प्रस्तुति के माध्यम से बताया गया। सुनील जैन स्टार्टअप कार्यक्रम के मुख्य वक्‍ता थे। दस प्रस्तुतियों के बाद जीरो वेस्ट इको सिस्टम की सीमा सुखानी को विजेता घोषित किया गया।
अंत में सम्मान समारोह में कॉन्क्लेव के स्थान और आतिथ्य सत्कार के मुख्य प्रायोजक शांतिलाल मारू, के0एल0जे ग्रुप, बलदोटा गु्रप, हाईटेक ग्रुप, उपहार ग्रुप, आरएनजे ग्रुप को प्रायोजक बनने के लिए आभार प्रकट किया गया। टीपीएफ, जयपुर टीम और सदस्यों को भीलवाड़ा अध्यक्ष और टीम का ध्वज दिया गया। आभार ज्ञापन ग्लोबल कनेक्ट कॉन्क्लेव के सह-संयोजक गुंजन सेखानी द्वारा किया गया।