अवबोध

स्वाध्याय

अवबोध

मंत्री मुनि सुमेरमल ‘लाडनूं’

(2) दर्शन (सम्यक्त्व) मार्ग

प्रश्‍न-25 : सम्यक्त्व के कितने दूषण (अतिचार) हैं?
उत्तर : सम्यक्त्व को दूषित/मलिन करने वाले पाँच दूषण हैं
(1) शंका तत्त्व के प्रति संदेह
(2) कांक्षा कुमत के प्रति अनुरक्‍ति
(3) विचिकित्सा फलप्राप्ति में संशय
(4) परपाषण्डप्रशंसा कुतत्त्वगामी व्यक्‍तियों की प्रशंसा करना
(5) परपाषण्डपरिचय कुतत्त्वगामी व्यक्‍तियों से संपर्क रखना
(क्रमश:)